Original

एका तिष्ठसि का नु त्वं कस्यार्थे किं प्रयोजनम् ।पद्मिनीतीरमाश्रित्य ब्रूहि त्वं किं चिकीर्षसि ॥ २० ॥

Segmented

एका तिष्ठसि का नु त्वम् कस्य अर्थे किम् प्रयोजनम् पद्मिनी-तीरम् आश्रित्य ब्रूहि त्वम् किम् चिकीर्षसि

Analysis

Word Lemma Parse
एका एक pos=n,g=f,c=1,n=s
तिष्ठसि स्था pos=v,p=2,n=s,l=lat
का pos=n,g=f,c=1,n=s
नु नु pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
कस्य pos=n,g=m,c=6,n=s
अर्थे अर्थ pos=n,g=m,c=7,n=s
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रयोजनम् प्रयोजन pos=n,g=n,c=1,n=s
पद्मिनी पद्मिनी pos=n,comp=y
तीरम् तीर pos=n,g=n,c=2,n=s
आश्रित्य आश्रि pos=vi
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
चिकीर्षसि चिकीर्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lat