महाभारतम् — 13.93.13
Original
Segmented
भृत्य-अतिथि यो भुङ्क्ते भुक्तवत्सु नरः सदा अमृतम् केवलम् भुङ्क्ते इति विद्धि युधिष्ठिर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भृत्य | भृत्य | pos=n,comp=y |
अतिथि | अतिथि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भुङ्क्ते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भुक्तवत्सु | भुज् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
केवलम् | केवल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
भुङ्क्ते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |