महाभारतम् — 13.92.18
Original
Segmented
कल्माष-गो युगेन अथ युक्तेन तरतो जलम् पितरो ऽभिलषन्ते वै नावम् च अपि अधिरुह् सदा नावि जलम् तद्-ज्ञाः प्रयच्छन्ति समाहिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कल्माष | कल्माष | pos=a,comp=y |
गो | गो | pos=i |
युगेन | युग | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
युक्तेन | युज् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
तरतो | तृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
जलम् | जल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पितरो | पितृ | pos=n,g=,c=1,n=p |
ऽभिलषन्ते | अभिलष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
वै | वै | pos=i |
नावम् | नौ | pos=n,g=,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अधिरुह् | अधिरुह् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
सदा | सदा | pos=i |
नावि | नौ | pos=n,g=,c=7,n=s |
जलम् | जल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
ज्ञाः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रयच्छन्ति | प्रयम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
समाहिताः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |