महाभारतम् — 13.88.8
Original
Segmented
मासान् एकादश प्रीतिः पितॄणाम् माहिषेण तु गव्येन दत्ते श्राद्धे तु संवत्सरम् इह उच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मासान् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
एकादश | एकादशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पितॄणाम् | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
माहिषेण | माहिष | pos=a,g=n,c=3,n=s |
तु | तु | pos=i |
गव्येन | गव्य | pos=a,g=n,c=3,n=s |
दत्ते | दा | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
श्राद्धे | श्राद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तु | तु | pos=i |
संवत्सरम् | संवत्सर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |