महाभारतम् — 13.83.45
Original
Segmented
तद् एभ्यः प्रणतेभ्यः त्वम् देवेभ्यः पृथु-लोचन वरम् प्रयच्छ लोकेश त्रैलोक्य-हित-काम्या अपत्य-अर्थम् निगृह्णीष्व तेजो ज्वलितम् उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एभ्यः | इदम् | pos=n,g=m,c=4,n=p |
प्रणतेभ्यः | प्रणम् | pos=va,g=m,c=4,n=p,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
देवेभ्यः | देव | pos=n,g=m,c=4,n=p |
पृथु | पृथु | pos=a,comp=y |
लोचन | लोचन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रयच्छ | प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
लोकेश | लोकेश | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्रैलोक्य | त्रैलोक्य | pos=n,comp=y |
हित | हित | pos=n,comp=y |
काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अपत्य | अपत्य | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निगृह्णीष्व | निग्रह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तेजो | तेजस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ज्वलितम् | ज्वल् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |