महाभारतम् — 13.82.20
Original
Segmented
मुनीन् च धारयन्ति इह प्रजाः च एव अपि कर्मणा वासवैः अकूट-वाहिन् कर्मणा सुकृतेन च उपरिष्टात् ततो ऽस्माकम् वसन्ति एताः सदा एव हि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मुनीन् | मुनि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
धारयन्ति | धारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
इह | इह | pos=i |
प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वासवैः | वासव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अकूट | अकूट | pos=a,comp=y |
वाहिन् | वाहिन् | pos=a,g=f,c=1,n=p |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सुकृतेन | सुकृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
उपरिष्टात् | उपरिष्टात् | pos=i |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽस्माकम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
वसन्ति | वस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
एताः | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
सदा | सदा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
हि | हि | pos=i |