Original

रमन्ते पुण्यकर्माणस्तत्र नित्यं युधिष्ठिर ।सर्वकामसमृद्धार्था निःशोका गतमन्यवः ॥ २७ ॥

Segmented

रमन्ते पुण्य-कर्माणः तत्र नित्यम् युधिष्ठिर सर्व-काम-समृद्ध-अर्थाः निःशोका गत-मन्यवः

Analysis

Word Lemma Parse
रमन्ते रम् pos=v,p=3,n=p,l=lat
पुण्य पुण्य pos=a,comp=y
कर्माणः कर्मन् pos=n,g=m,c=1,n=p
तत्र तत्र pos=i
नित्यम् नित्यम् pos=i
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=8,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
काम काम pos=n,comp=y
समृद्ध समृध् pos=va,comp=y,f=part
अर्थाः अर्थ pos=n,g=m,c=1,n=p
निःशोका निःशोक pos=a,g=m,c=1,n=p
गत गम् pos=va,comp=y,f=part
मन्यवः मन्यु pos=n,g=m,c=1,n=p