महाभारतम् — 13.8.27
Original
Segmented
दण्ड-पाणिः यथा गोषु पालो नित्यम् स्थिरो भवेत् ब्राह्मणान् ब्रह्म च तथा क्षत्रियः परिपालयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दण्ड | दण्ड | pos=n,comp=y |
पाणिः | पाणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
गोषु | गो | pos=n,g=,c=7,n=p |
पालो | पाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
स्थिरो | स्थिर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
क्षत्रियः | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परिपालयेत् | परिपालय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |