Original

न मे त्वत्तः प्रियतरो लोकेऽस्मिन्पाण्डुनन्दन ।त्वत्तश्च मे प्रियतरा ब्राह्मणा भरतर्षभ ॥ १२ ॥

Segmented

न मे त्वत्तः प्रियतरो लोके ऽस्मिन् पाण्डु-नन्दन त्वत्तः च मे प्रियतरा ब्राह्मणा भरत-ऋषभ

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
त्वत्तः त्वद् pos=n,g=m,c=5,n=s
प्रियतरो प्रियतर pos=a,g=m,c=1,n=s
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
ऽस्मिन् इदम् pos=n,g=m,c=7,n=s
पाण्डु पाण्डु pos=n,comp=y
नन्दन नन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s
त्वत्तः त्वद् pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
प्रियतरा प्रियतर pos=a,g=m,c=1,n=p
ब्राह्मणा ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=p
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s