महाभारतम् — 13.76.24
Original
Segmented
यथा हि अमृतम् आदाय सोमो विष्यन्दते पुनः तथा क्षीरम् क्षरन्ति एताः रोहिण्यो अमृत-सम्भव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आदाय | आदा | pos=vi |
सोमो | सोम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विष्यन्दते | विष्यन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुनः | पुनर् | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
क्षीरम् | क्षीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्षरन्ति | क्षर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
एताः | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
रोहिण्यो | रोहिणी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
अमृत | अमृत | pos=n,comp=y |
सम्भव | सम्भव | pos=n,g=f,c=1,n=p |