महाभारतम् — 13.76.12
Original
Segmented
यथा हि अमृतम् आश्रित्य वर्तयन्ति दिवौकसः तथा वृत्तिम् समाश्रित्य वर्तयन्ति प्रजा विभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आश्रित्य | आश्रि | pos=vi |
वर्तयन्ति | वर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
दिवौकसः | दिवौकस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
समाश्रित्य | समाश्रि | pos=vi |
वर्तयन्ति | वर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
प्रजा | प्रजा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |