महाभारतम् — 13.75.22
Original
Segmented
न च अ शिष्याय अ व्रताय उपकुर्यात् न अ श्रद्दधानाय न वक्र-बुद्धि गुह्यो हि अयम् सर्व-लोकस्य धर्मो न इमम् धर्मम् यत्र तत्र प्रजल्पेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अ | अ | pos=i |
शिष्याय | शिष्य | pos=n,g=m,c=4,n=s |
अ | अ | pos=i |
व्रताय | व्रत | pos=n,g=m,c=4,n=s |
उपकुर्यात् | उपकृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
अ | अ | pos=i |
श्रद्दधानाय | श्रद्धा | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
वक्र | वक्र | pos=a,comp=y |
बुद्धि | बुद्धि | pos=n,g=m,c=4,n=s |
गुह्यो | गुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
हि | हि | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
प्रजल्पेत् | प्रजल्प् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |