Original

युधिष्ठिर उवाच ।विस्रम्भितोऽहं भवता धर्मान्प्रवदता विभो ।प्रवक्ष्यामि तु संदेहं तन्मे ब्रूहि पितामह ॥ १ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच ऽहम् भवता धर्मान् प्रवदता विभो प्रवक्ष्यामि तु संदेहम् तत् मे ब्रूहि पितामह

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
भवता भवत् pos=a,g=m,c=3,n=s
धर्मान् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=p
प्रवदता प्रवद् pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
विभो विभु pos=a,g=m,c=8,n=s
प्रवक्ष्यामि प्रवच् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
तु तु pos=i
संदेहम् संदेह pos=n,g=m,c=2,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s