महाभारतम् — 13.65.5
Original
Segmented
भीष्म उवाच शृणुष्व मम कौन्तेय तिल-दानस्य यत् फलम् निशम्य च यथान्यायम् प्रयच्छ कुरुसत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणुष्व | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तिल | तिल | pos=n,comp=y |
दानस्य | दान | pos=n,g=n,c=6,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निशम्य | निशामय् | pos=vi |
च | च | pos=i |
यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
प्रयच्छ | प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
कुरुसत्तम | कुरुसत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |