Original

अमृतं वै गवां क्षीरमित्याह त्रिदशाधिपः ।तस्माद्ददाति यो धेनुममृतं स प्रयच्छति ॥ ४४ ॥

Segmented

अमृतम् वै गवाम् क्षीरम् इति आह त्रिदशाधिपः तस्माद् ददाति यो धेनुम् अमृतम् स प्रयच्छति

Analysis

Word Lemma Parse
अमृतम् अमृत pos=n,g=n,c=1,n=s
वै वै pos=i
गवाम् गो pos=n,g=,c=6,n=p
क्षीरम् क्षीर pos=n,g=n,c=1,n=s
इति इति pos=i
आह अह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
त्रिदशाधिपः त्रिदशाधिप pos=n,g=m,c=1,n=s
तस्माद् तस्मात् pos=i
ददाति दा pos=v,p=3,n=s,l=lat
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
धेनुम् धेनु pos=n,g=f,c=2,n=s
अमृतम् अमृत pos=n,g=n,c=2,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रयच्छति प्रयम् pos=v,p=3,n=s,l=lat