महाभारतम् — 13.65.18
Original
Segmented
देवा ऊचुः भगवन् त्वम् प्रभुः भूमेः सर्वस्य त्रिदिवस्य च यजेमहि महाभाग यज्ञम् भवत्-अनुज्ञया न अननुज्ञात-भूमिः हि यज्ञस्य फलम् अश्नुते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्रभुः | प्रभु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भूमेः | भूमि | pos=n,g=f,c=6,n=s |
सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=n,c=6,n=s |
त्रिदिवस्य | त्रिदिव | pos=n,g=n,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
यजेमहि | यज् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |
महाभाग | महाभाग | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भवत् | भवत् | pos=a,comp=y |
अनुज्ञया | अनुज्ञा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
अननुज्ञात | अननुज्ञात | pos=a,comp=y |
भूमिः | भूमि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
यज्ञस्य | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |