महाभारतम् — 13.62.21
Original
Segmented
ब्राह्मणो हि महद् भूतम् स्वयम् देहि इति याचते अकामो वा स कामः वा दत्त्वा पुण्यम् अवाप्नुयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भूतम् | भूत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
देहि | दा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
याचते | याच् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
अकामो | अकाम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
स | स | pos=i |
कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
दत्त्वा | दा | pos=vi |
पुण्यम् | पुण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |