Original

ब्राह्मणं वृत्तसंपन्नमाहिताग्निं शुचिव्रतम् ।नरः प्रतिग्राह्य महीं न याति यमसादनम् ॥ २९ ॥

Segmented

ब्राह्मणम् वृत्त-सम्पन्नम् आहिताग्निम् शुचि-व्रतम् नरः प्रतिग्राह्य महीम् न याति यम-सादनम्

Analysis

Word Lemma Parse
ब्राह्मणम् ब्राह्मण pos=n,g=m,c=2,n=s
वृत्त वृत्त pos=n,comp=y
सम्पन्नम् सम्पद् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
आहिताग्निम् आहिताग्नि pos=n,g=m,c=2,n=s
शुचि शुचि pos=a,comp=y
व्रतम् व्रत pos=n,g=m,c=2,n=s
नरः नर pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रतिग्राह्य प्रतिग्राहय् pos=vi
महीम् मही pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
याति या pos=v,p=3,n=s,l=lat
यम यम pos=n,comp=y
सादनम् सादन pos=n,g=n,c=2,n=s