महाभारतम् — 13.61.23
Original
Segmented
यथा जनित्री क्षीरेण स्व-पुत्रम् भरते सदा अनुगृह्णाति दातारम् तथा सर्व-रसैः मही
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
जनित्री | जनित्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
क्षीरेण | क्षीर | pos=n,g=n,c=3,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भरते | भृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सदा | सदा | pos=i |
अनुगृह्णाति | अनुग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दातारम् | दातृ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
रसैः | रस | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मही | मही | pos=n,g=f,c=1,n=s |