महाभारतम् — 13.6.48
Original
Segmented
एतत् ते सर्वम् आख्यातम् मया वै मुनि-सत्तम फलम् पुरुषकारस्य सदा संदृश्य तत्त्वतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आख्यातम् | आख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
वै | वै | pos=i |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुरुषकारस्य | पुरुषकार | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
संदृश्य | संदृश् | pos=vi |
तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |