महाभारतम् — 13.6.42
Original
Segmented
पापम् उत्सृजते लोके सर्वम् प्राप्य सु दुर्लभम् लोभ-मोह-समापन्नम् न दैवम् त्रायते नरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्सृजते | उत्सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
सु | सु | pos=i |
दुर्लभम् | दुर्लभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
मोह | मोह | pos=n,comp=y |
समापन्नम् | समापद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
दैवम् | दैव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्रायते | त्रा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नरम् | नर | pos=n,g=m,c=2,n=s |