महाभारतम् — 13.6.24
Original
Segmented
न दैवतानि लोके ऽस्मिन् व्यापारम् यान्ति कस्यचित् व्यासङ्गम् जनयन्ति उग्रम् आत्म-अभिभव-शङ्कया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
दैवतानि | दैवत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
व्यापारम् | व्यापार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कस्यचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
व्यासङ्गम् | व्यासङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जनयन्ति | जनय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उग्रम् | उग्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
अभिभव | अभिभव | pos=n,comp=y |
शङ्कया | शङ्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |