Original

अकृत्वा मानुषं कर्म यो दैवमनुवर्तते ।वृथा श्राम्यति संप्राप्य पतिं क्लीबमिवाङ्गना ॥ २० ॥

Segmented

अ कृत्वा मानुषम् कर्म यो दैवम् अनुवर्तते वृथा श्राम्यति सम्प्राप्य पतिम् क्लीबम् इव अङ्गना

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
कृत्वा कृ pos=vi
मानुषम् मानुष pos=a,g=n,c=2,n=s
कर्म कर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=s
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
दैवम् दैव pos=n,g=n,c=2,n=s
अनुवर्तते अनुवृत् pos=v,p=3,n=s,l=lat
वृथा वृथा pos=i
श्राम्यति श्रम् pos=v,p=3,n=s,l=lat
सम्प्राप्य सम्प्राप् pos=vi
पतिम् पति pos=n,g=m,c=2,n=s
क्लीबम् क्लीब pos=a,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
अङ्गना अङ्गना pos=n,g=f,c=1,n=s