Original

कौतूहलं हि परमं तत्र मे वर्तते प्रभो ।दातारं दत्तमन्वेति यद्दानं तत्प्रचक्ष्व मे ॥ २ ॥

Segmented

कौतूहलम् हि परमम् तत्र मे वर्तते प्रभो दातारम् दत्तम् अन्वेति यद् दानम् तत् प्रचक्ष्व मे

Analysis

Word Lemma Parse
कौतूहलम् कौतूहल pos=n,g=n,c=1,n=s
हि हि pos=i
परमम् परम pos=a,g=n,c=1,n=s
तत्र तत्र pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
वर्तते वृत् pos=v,p=3,n=s,l=lat
प्रभो प्रभु pos=a,g=m,c=8,n=s
दातारम् दातृ pos=a,g=m,c=2,n=s
दत्तम् दा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अन्वेति अन्वि pos=v,p=3,n=s,l=lat
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
दानम् दान pos=n,g=n,c=1,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रचक्ष्व प्रचक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s