महाभारतम् — 13.57.37
Original
Segmented
भक्ष-अन्न-पानीय-रस-प्रदाता सर्वान् अवाप्नोति रसान् प्रकामम् प्रतिश्रय-आच्छादन-सम्प्रदाता प्राप्नोति तान् एव न संशयो ऽत्र
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भक्ष | भक्ष | pos=n,comp=y |
अन्न | अन्न | pos=n,comp=y |
पानीय | पानीय | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
प्रदाता | प्रदातृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अवाप्नोति | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रसान् | रस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रकामम् | प्रकाम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतिश्रय | प्रतिश्रय | pos=n,comp=y |
आच्छादन | आच्छादन | pos=n,comp=y |
सम्प्रदाता | सम्प्रदातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
एव | एव | pos=i |
न | न | pos=i |
संशयो | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽत्र | अत्र | pos=i |