महाभारतम् — 13.57.33
Original
Segmented
नैवेशिकम् सर्व-गुण-उपपन्नम् ददाति वै यः तु नरो द्विजाय स्वाध्याय-चारित्र-गुण-अन्विताय तस्य अपि लोकाः कुरुषु उत्तरेषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नैवेशिकम् | नैवेशिक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
उपपन्नम् | उपपद् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
ददाति | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वै | वै | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्विजाय | द्विज | pos=n,g=m,c=4,n=s |
स्वाध्याय | स्वाध्याय | pos=n,comp=y |
चारित्र | चारित्र | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
अन्विताय | अन्वित | pos=a,g=m,c=4,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कुरुषु | कुरु | pos=n,g=m,c=7,n=p |
उत्तरेषु | उत्तर | pos=a,g=m,c=7,n=p |