महाभारतम् — 13.54.17
Original
Segmented
किम् तु इदम् महद् आश्चर्यम् संपश्यामि इति अचिन्तयत् एवम् संचिन्तयन्न् एव ददर्श मुनि-पुंगवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
आश्चर्यम् | आश्चर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संपश्यामि | संपश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
अचिन्तयत् | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
एवम् | एवम् | pos=i |
संचिन्तयन्न् | संचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
पुंगवम् | पुंगव | pos=n,g=m,c=2,n=s |