महाभारतम् — 13.51.6
Original
Segmented
नहुष उवाच सहस्रम् दीयताम् मूल्यम् निषादेभ्यः पुरोहित निष्क्रय-अर्थम् भगवतो यथा आह भृगु-नन्दनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नहुष | नहुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दीयताम् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
मूल्यम् | मूल्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निषादेभ्यः | निषाद | pos=n,g=m,c=4,n=p |
पुरोहित | पुरोहित | pos=n,g=m,c=8,n=s |
निष्क्रय | निष्क्रय | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भगवतो | भगवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भृगु | भृगु | pos=n,comp=y |
नन्दनः | नन्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |