महाभारतम् — 13.51.4
Original
Segmented
नहुष उवाच करवाणि प्रियम् किम् ते तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि सर्वम् कर्तास्मि भगवन् यदि अपि स्यात् सु दुष्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नहुष | नहुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
करवाणि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lot |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
व्याख्यातुम् | व्याख्या | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्तास्मि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सु | सु | pos=i |
दुष्करम् | दुष्कर | pos=a,g=n,c=1,n=s |