महाभारतम् — 13.51.26
Original
Segmented
च्यवन उवाच उत्तिष्ठामि एष राज-इन्द्र सम्यक् क्रीतो ऽस्मि ते ऽनघ गोभिः तुल्यम् न पश्यामि धनम् किंचिद् इह अच्युतैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
च्यवन | च्यवन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उत्तिष्ठामि | उत्था | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
क्रीतो | क्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
गोभिः | गो | pos=n,g=,c=3,n=p |
तुल्यम् | तुल्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
अच्युतैः | अच्युत | pos=a,g=m,c=8,n=s |