Original

जालं सुविततं तेषां नवसूत्रकृतं तथा ।विस्तारायामसंपन्नं यत्तत्र सलिले क्षमम् ॥ १५ ॥

Segmented

जालम् सु विततम् तेषाम् नव-सूत्र-कृतम् तथा विस्तार-आयाम-सम्पन्नम् यत् तत्र सलिले क्षमम्

Analysis

Word Lemma Parse
जालम् जाल pos=n,g=n,c=1,n=s
सु सु pos=i
विततम् वितन् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
तेषाम् तद् pos=n,g=m,c=6,n=p
नव नव pos=a,comp=y
सूत्र सूत्र pos=n,comp=y
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
तथा तथा pos=i
विस्तार विस्तार pos=n,comp=y
आयाम आयाम pos=n,comp=y
सम्पन्नम् सम्पद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
तत्र तत्र pos=i
सलिले सलिल pos=n,g=n,c=7,n=s
क्षमम् क्षम pos=a,g=n,c=1,n=s