Original

शुक भोः पक्षिणां श्रेष्ठ दाक्षेयी सुप्रजास्त्वया ।पृच्छे त्वा शुष्कमेतं वै कस्मान्न त्यजसि द्रुमम् ॥ १२ ॥

Segmented

शुक भोः पक्षिणाम् श्रेष्ठ दाक्षेयी सुप्रजाः त्वया पृच्छे त्वा शुष्कम् एतम् वै कस्मात् न त्यजसि द्रुमम्

Analysis

Word Lemma Parse
शुक शुक pos=n,g=m,c=8,n=s
भोः भोः pos=i
पक्षिणाम् पक्षिन् pos=n,g=m,c=6,n=p
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
दाक्षेयी दाक्षेयी pos=n,g=f,c=1,n=s
सुप्रजाः सुप्रजस् pos=a,g=f,c=1,n=s
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
पृच्छे प्रच्छ् pos=v,p=1,n=s,l=lat
त्वा त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
शुष्कम् शुष्क pos=a,g=m,c=2,n=s
एतम् एतद् pos=n,g=m,c=2,n=s
वै वै pos=i
कस्मात् कस्मात् pos=i
pos=i
त्यजसि त्यज् pos=v,p=2,n=s,l=lat
द्रुमम् द्रुम pos=n,g=m,c=2,n=s