महाभारतम् — 13.48.8
Original
Segmented
द्वे च अपि भार्ये वैश्यस्य द्वयोः आत्मा अस्य जायते शूद्रा शूद्रस्य च अपि एका शूद्रम् एव प्रजायते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्वे | द्वि | pos=n,g=f,c=1,n=d |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
भार्ये | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=d |
वैश्यस्य | वैश्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
द्वयोः | द्वि | pos=n,g=m,c=6,n=d |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शूद्रा | शूद्रा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शूद्रस्य | शूद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
एका | एक | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शूद्रम् | शूद्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रजायते | प्रजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |