महाभारतम् — 13.47.47
Original
Segmented
भीष्म उवाच क्षत्रियस्य अपि भार्ये द्वे विहिते कुरु-नन्दन तृतीया च भवेत् शूद्रा न तु दृष्टान्ततः स्मृता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
क्षत्रियस्य | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
भार्ये | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=d |
द्वे | द्वि | pos=n,g=f,c=1,n=d |
विहिते | विधा | pos=va,g=f,c=1,n=d,f=part |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
नन्दन | नन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तृतीया | तृतीय | pos=a,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
शूद्रा | शूद्रा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
दृष्टान्ततः | दृष्टान्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्मृता | स्मृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |