महाभारतम् — 13.44.14
Original
Segmented
यस्य अस्तु न भवेद् भ्राता पिता वा भरत-ऋषभ न उपयच्छेत ताम् जातु पुत्रिका-धर्मिणी हि सा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
न | न | pos=i |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
उपयच्छेत | उपयम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
जातु | जातु | pos=i |
पुत्रिका | पुत्रिका | pos=n,comp=y |
धर्मिणी | धर्मिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |