Original

शक्रो ह्यज्ञातरूपेण जटी भूत्वा रजोरुणः ।विरूपं रूपमास्थाय प्रश्नं पप्रच्छ शम्बरम् ॥ २ ॥

Segmented

शक्रो हि अज्ञात-रूपेण जटी भूत्वा रजः-अरुणः विरूपम् रूपम् आस्थाय प्रश्नम् पप्रच्छ शम्बरम्

Analysis

Word Lemma Parse
शक्रो शक्र pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
अज्ञात अज्ञात pos=a,comp=y
रूपेण रूप pos=n,g=n,c=3,n=s
जटी जटिन् pos=n,g=m,c=1,n=s
भूत्वा भू pos=vi
रजः रजस् pos=n,comp=y
अरुणः अरुण pos=a,g=m,c=1,n=s
विरूपम् विरूप pos=a,g=n,c=2,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
प्रश्नम् प्रश्न pos=n,g=m,c=2,n=s
पप्रच्छ प्रच्छ् pos=v,p=3,n=s,l=lit
शम्बरम् शम्बर pos=n,g=m,c=2,n=s