Original

अशक्यं स्प्रष्टुमाकाशमचाल्यो हिमवान्गिरिः ।अवार्या सेतुना गङ्गा दुर्जया ब्राह्मणा भुवि ॥ २० ॥

Segmented

अशक्यम् स्प्रष्टुम् आकाशम् अचाल्यो हिमवान् गिरिः अवार्या सेतुना गङ्गा दुर्जया ब्राह्मणा भुवि

Analysis

Word Lemma Parse
अशक्यम् अशक्य pos=a,g=n,c=1,n=s
स्प्रष्टुम् स्पृश् pos=vi
आकाशम् आकाश pos=n,g=n,c=1,n=s
अचाल्यो अचाल्य pos=a,g=m,c=1,n=s
हिमवान् हिमवन्त् pos=n,g=m,c=1,n=s
गिरिः गिरि pos=n,g=m,c=1,n=s
अवार्या अवार्य pos=a,g=f,c=1,n=s
सेतुना सेतु pos=n,g=m,c=3,n=s
गङ्गा गङ्गा pos=n,g=f,c=1,n=s
दुर्जया दुर्जय pos=a,g=m,c=1,n=p
ब्राह्मणा ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=p
भुवि भू pos=n,g=f,c=7,n=s