महाभारतम् — 13.34.20
Original
Segmented
वासुदेव उवाच मातरम् सर्व-भूतानाम् पृच्छे त्वा संशयम् शुभे केन स्वित् कर्मणा पापम् व्यपोहति नरो गृही
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
पृच्छे | प्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
संशयम् | संशय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
केन | क | pos=n,g=n,c=3,n=s |
स्वित् | स्विद् | pos=i |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
व्यपोहति | व्यपोह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गृही | गृहिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |