महाभारतम् — 13.34.18
Original
Segmented
यत् किंचित् कथ्यते लोके श्रूयते पश्यते ऽपि वा सर्वम् तद् ब्राह्मणेषु एव गूढो ऽग्निः इव दारुषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कथ्यते | कथय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
श्रूयते | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पश्यते | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽपि | अपि | pos=i |
वा | वा | pos=i |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ब्राह्मणेषु | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
एव | एव | pos=i |
गूढो | गुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
दारुषु | दारु | pos=n,g=m,c=7,n=p |