महाभारतम् — 13.33.3
Original
Segmented
पौर-जानपदान् च अपि ब्राह्मणान् च बहु-श्रुतान् सान्त्वेन भोग-दानेन नमस्कारैः तथा अर्चयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पौर | पौर | pos=n,comp=y |
जानपदान् | जानपद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
श्रुतान् | श्रुत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सान्त्वेन | सान्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
भोग | भोग | pos=n,comp=y |
दानेन | दान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
नमस्कारैः | नमस्कार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
अर्चयेत् | अर्चय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |