Original

न स जातो जनिष्यो वा पृथिव्यामिह कश्चन ।यो ब्राह्मणविरोधेन सुखं जीवितुमुत्सहेत् ॥ २४ ॥

Segmented

न स जातो जनिष्यो वा पृथिव्याम् इह कश्चन यो ब्राह्मण-विरोधेन सुखम् जीवितुम् उत्सहेत्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
जातो जन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
जनिष्यो जनिष्य pos=a,g=m,c=1,n=s
वा वा pos=i
पृथिव्याम् पृथिवी pos=n,g=f,c=7,n=s
इह इह pos=i
कश्चन कश्चन pos=n,g=m,c=1,n=s
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्राह्मण ब्राह्मण pos=n,comp=y
विरोधेन विरोध pos=n,g=m,c=3,n=s
सुखम् सुखम् pos=i
जीवितुम् जीव् pos=vi
उत्सहेत् उत्सह् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin