महाभारतम् — 13.31.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच श्रुतम् मे महद् आख्यानम् एतत् कुरु-कुल-उद्वहैः सु दुष्प्रापम् ब्रवीषि त्वम् ब्राह्मण्यम् वदताम् वर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आख्यानम् | आख्यान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
कुल | कुल | pos=n,comp=y |
उद्वहैः | उद्वह | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुष्प्रापम् | दुष्प्राप | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ब्रवीषि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ब्राह्मण्यम् | ब्राह्मण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वदताम् | वद् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |