महाभारतम् — 13.28.18
Original
Segmented
मया त्वम् यज्ञ-संसिद्धौ नियुक्तो गुरु-कर्मणि कस्मात् प्रतिनिवृत्तो ऽसि कच्चित् न कुशलम् तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
संसिद्धौ | संसिद्धि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
नियुक्तो | नियुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गुरु | गुरु | pos=a,comp=y |
कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कस्मात् | कस्मात् | pos=i |
प्रतिनिवृत्तो | प्रतिनिवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
न | न | pos=i |
कुशलम् | कुशल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |