महाभारतम् — 13.27.36
Original
Segmented
त्रिषु लोकेषु ये केचित् प्राणिनः सर्व एव ते तर्प्यमाणाः पराम् तृप्तिम् यान्ति गङ्गा-जलैः शुभैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
केचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्राणिनः | प्राणिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्व | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तर्प्यमाणाः | तर्पय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तृप्तिम् | तृप्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,comp=y |
जलैः | जल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
शुभैः | शुभ | pos=a,g=n,c=3,n=p |