महाभारतम् — 13.27.31
Original
Segmented
यावद् अस्थि मनुष्यस्य गङ्गा-तोयेषु तिष्ठति तावद् वर्ष-सहस्राणि स्वर्गम् प्राप्य महीयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यावद् | यावत् | pos=i |
अस्थि | अस्थि | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मनुष्यस्य | मनुष्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,comp=y |
तोयेषु | तोय | pos=n,g=n,c=7,n=p |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तावद् | तावत् | pos=i |
वर्ष | वर्ष | pos=n,comp=y |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
महीयते | महीय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |