महाभारतम् — 13.27.30
Original
Segmented
स्नातानाम् शुचिभिः तोयैः गाङ्गेयैः प्रयत-आत्मनाम् व्युष्टिः भवति या पुंसाम् न सा क्रतु-शतैः अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्नातानाम् | स्ना | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
शुचिभिः | शुचि | pos=a,g=n,c=3,n=p |
तोयैः | तोय | pos=n,g=n,c=3,n=p |
गाङ्गेयैः | गाङ्गेय | pos=a,g=n,c=3,n=p |
प्रयत | प्रयम् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मनाम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
व्युष्टिः | व्युष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पुंसाम् | पुंस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
क्रतु | क्रतु | pos=n,comp=y |
शतैः | शत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |