महाभारतम् — 13.27.102
Original
Segmented
शिल-वृत्तिः तु सिद्धस्य वाक्यैः संबोधितः तदा गङ्गाम् उपास्य विधिवत् सिद्धिम् प्राप्तः सु दुर्लभाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिल | शिल | pos=n,comp=y |
वृत्तिः | वृत्ति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
सिद्धस्य | सिद्ध | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वाक्यैः | वाक्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
संबोधितः | सम्बोधय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपास्य | उपास् | pos=vi |
विधिवत् | विधिवत् | pos=i |
सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्तः | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सु | सु | pos=i |
दुर्लभाम् | दुर्लभ | pos=a,g=f,c=2,n=s |