Original

वैशंपायन उवाच ।बृहस्पतिसमं बुद्ध्या क्षमया ब्रह्मणः समम् ।पराक्रमे शक्रसममादित्यसमतेजसम् ॥ १ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच बृहस्पति-समम् बुद्ध्या क्षमया ब्रह्मणः समम् पराक्रमे शक्र-समम् आदित्य-सम-तेजसम्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
बृहस्पति बृहस्पति pos=n,comp=y
समम् सम pos=n,g=m,c=2,n=s
बुद्ध्या बुद्धि pos=n,g=f,c=3,n=s
क्षमया क्षमा pos=n,g=f,c=3,n=s
ब्रह्मणः ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
समम् सम pos=n,g=m,c=2,n=s
पराक्रमे पराक्रम pos=n,g=m,c=7,n=s
शक्र शक्र pos=n,comp=y
समम् सम pos=n,g=m,c=2,n=s
आदित्य आदित्य pos=n,comp=y
सम सम pos=n,comp=y
तेजसम् तेजस् pos=n,g=m,c=2,n=s