महाभारतम् — 13.26.7
Original
Segmented
अङ्गिरा उवाच सप्त-अहम् चन्द्रभागाम् वै वितस्ताम् ऊर्मि-मालिनीम् विगाह्य वै निराहारो निर्ममो मुनि-वत् भवेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अङ्गिरा | अङ्गिरस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सप्त | सप्तन् | pos=n,comp=y |
अहम् | अह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चन्द्रभागाम् | चन्द्रभागा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
वितस्ताम् | वितस्ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ऊर्मि | ऊर्मि | pos=n,comp=y |
मालिनीम् | मालिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
विगाह्य | विगाह् | pos=vi |
वै | वै | pos=i |
निराहारो | निराहार | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निर्ममो | निर्मम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |