Original

तथा ब्रह्मसरो गत्वा धर्मारण्योपशोभितम् ।पुण्डरीकमवाप्नोति प्रभातां शर्वरीं शुचिः ॥ ५५ ॥

Segmented

तथा ब्रह्मसरो गत्वा धर्मारण्य-उपशोभितम् पुण्डरीकम् अवाप्नोति प्रभाताम् शर्वरीम् शुचिः

Analysis

Word Lemma Parse
तथा तथा pos=i
ब्रह्मसरो ब्रह्मसरस् pos=n,g=n,c=2,n=s
गत्वा गम् pos=vi
धर्मारण्य धर्मारण्य pos=n,comp=y
उपशोभितम् उपशोभय् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
पुण्डरीकम् पुण्डरीक pos=n,g=m,c=2,n=s
अवाप्नोति अवाप् pos=v,p=3,n=s,l=lat
प्रभाताम् प्रभा pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
शर्वरीम् शर्वरी pos=n,g=f,c=2,n=s
शुचिः शुचि pos=a,g=m,c=1,n=s